तन्हाई ना पाए कोई साथ के बाद,
जुदाई ना पाए कोई मुलाकात के बाद,
ना पड़े किसी को किसी की आदात इतनी,
कि हर सांस भी आए उसकी याद के बाद।
गुजारिश हमारी वह मान न सके,
मज़बूरी हमारी वह जान न सके,
कहते हैं मरने के बाद भी याद रखेंगे,
जीते जी जो हमें पहचान न सके।
हम वो नही जो मतलब से याद करते है,
हम वो है जो रिश्तों से प्यार करते है,
आपका पैगाम आये या ना आये,
हम रोज आपको दिल से याद करते है।
हो सकता है हमने आपको कभी रुला दिया,
आपने दुनिया के कहने पे हमें भुला दिया,
हम तो बैसे भी अकेले थे इस दुनिया में,
क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया।
तुम्हारे खयालो से फुरसत नहीं मिलती,
एक पल के लिए हमें राहत नहीं मिलती,
यु तो सब कुछ हमारे पास है,
बस देखने के लिए आप की सूरत नहीं मिलती.
दिल में आप हो और कोई ख़ास कैसे होगा,
यादों में आपके सिवा कोई पास कैसे होगा,
हिचकियाँ कहती है आप याद करते हो,
पर बोलोगे नहीं तो मुझे एहसास कैसे होगा।
ग़मों ने घेर लिया है मुझे तो क्या ग़म है,
मैं मुस्कुरा के जियूँगा तेरी ख़ुशी के लिये,
कभी कभी तू मुझे याद कर तो लेती है,
सुकून इतना सा काफ़ी है ज़िन्दगी के लिये।
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