Tuesday, 20 July 2021

मेरी तौहीन न कर

मुझे मय्यसर समझ कर.. मेरी तौहीन ना कर…
सितारे भी टूटते हैं… वस्ल-ए-ज़मी की चाहत में।

 

– जूली जायसवाल “ज़न्नत”

 

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