ज़िंदगी में रंग और उमंग होना चाहिए, एक सच्चा हमसफर भी संग होना चाहिए माता पिता, गुरुओं का आशीष बना रहे, ज़िंदगी जीने का नया ढ़ंग होना चाहिए।
~ जितेंद्र मिश्र ‘भरत जी’
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