मुश्किलों के दौर में थोड़ा संभल कर चलो, अनुभवों से सीख लो और निखर कर चलो। कठिनाइयाँ तो आएंगी और चली जाएंगी, सजग होकर इसी तरह नए सफ़र पर चलो।
~ जितेंद्र मिश्र ‘भरत जी’
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