हारकर खामोश हो गया ज़िन्दगी से, थककर चूर हो गया ज़िन्दगी से, कोशिश फिर भी जारी है, अभी लड़ाई ख़त्म नहीं ज़िन्दगी से।
~ उमेश मुकाती
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