अगर वो कहता है तुम्हें बदलने को, तो वो तुम्हें नहीं तुम्हारे बदले रूप को चाहता है, होकर भी करीब तुम्हारे, वो तुम्हें अधूरा ही जान पाता है
~ Meri Pehchan
The post करीब होकर भी दूर appeared first on Shayari.
No comments:
Post a Comment