Thursday 4 February 2021

हारकर भी ज़िन्दगी को जीतने का जज़्बा

हारकर खामोश हो गया ज़िन्दगी से, थककर चूर हो गया ज़िन्दगी से,
कोशिश फिर भी जारी है, अभी लड़ाई ख़त्म नहीं ज़िन्दगी से।

 

~ उमेश मुकाती

 

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