हर एक लिखी हुई बात को
हर एक पढ़ने वाला नहीं समझ सकता
“क्योंकि” लिखने वाला
“भावनाएं” लिखता है
और
लोग केवल “शब्द” पढ़ते हैं।
The post Deep But True Status on Feelings & Words appeared first on Shayari.
हर एक लिखी हुई बात को
हर एक पढ़ने वाला नहीं समझ सकता
“क्योंकि” लिखने वाला
“भावनाएं” लिखता है
और
लोग केवल “शब्द” पढ़ते हैं।
The post Deep But True Status on Feelings & Words appeared first on Shayari.
दौड़-दौड़ के खुद को पकड़ के लाता हूँ,
तुम्हारे इश्क ने बच्चा बना दिया है मुझे।
दुसरों की शर्तों से सुल्तान बनने से अच्छा,
खुद की खुशी से फकी़र बनना ज्यादा बेहतर है।
घर का दरवाजा इस अंदाज से खोला उसने,
कि जैसे मैं नहीं कोई और था आने वाला।
लोग औरत को फकत जिस्म समझ लेते हैं,
रूह भी होती है इसमें, ये कहाँ सोचते हैं।
रास्ते कहाँ खत्म होते हैं ज़िन्दगी के सफर में..
मंजिल तो वही हैं जहाँ ख्वाइशै थम जायें।
घर का दरवाजा इस अंदाज से खोला उसने,
कि जैसे मैं नहीं कोई और था आने वाला।
बुरा वक्त पूछ के नहीं आता दोस्तो,
कई बार जज को भी वकील करने पड़ जाते है।
अभी तो देखना बाकी बहुत कुछ हैं सियासत में,
चुनावी दौर हैं कितने जनाज़े ये उठाएगी।
अब और नही होती शायरी हमसे,
सुनो, भाड मे जाओ तुम जिसकी होना हो जाओ।
बूँद बूँद को तरस रही है हमारी सरज़मीं कहने को तो,
हम उस देश के वाशी हैं जिस देश में गंगा बहती है।
The post 2 Line Shayari #208, Dorh dorh ke khud ko appeared first on Hindi Shayari.
दौड़-दौड़ के खुद को पकड़ के लाता हूँ,
तुम्हारे इश्क ने बच्चा बना दिया है मुझे।
दुसरों की शर्तों से सुल्तान बनने से अच्छा,
खुद की खुशी से फकी़र बनना ज्यादा बेहतर है।
घर का दरवाजा इस अंदाज से खोला उसने,
कि जैसे मैं नहीं कोई और था आने वाला।
लोग औरत को फकत जिस्म समझ लेते हैं,
रूह भी होती है इसमें, ये कहाँ सोचते हैं।
रास्ते कहाँ खत्म होते हैं ज़िन्दगी के सफर में..
मंजिल तो वही हैं जहाँ ख्वाइशै थम जायें।
घर का दरवाजा इस अंदाज से खोला उसने,
कि जैसे मैं नहीं कोई और था आने वाला।
बुरा वक्त पूछ के नहीं आता दोस्तो,
कई बार जज को भी वकील करने पड़ जाते है।
अभी तो देखना बाकी बहुत कुछ हैं सियासत में,
चुनावी दौर हैं कितने जनाज़े ये उठाएगी।
अब और नही होती शायरी हमसे,
सुनो, भाड मे जाओ तुम जिसकी होना हो जाओ।
बूँद बूँद को तरस रही है हमारी सरज़मीं कहने को तो,
हम उस देश के वाशी हैं जिस देश में गंगा बहती है।
The post 2 Line Shayari #208, Dorh dorh ke khud ko appeared first on Hindi Shayari.
गर्दिश तो चाहती है तबाही मेरी मगर,
मजबूर है किसी की दुआओं के सामने।
काश एक ख़्वाहिश पूरी हो इबादत के बगैर,
वो आके गले लगा ले मेरी इज़ाजत के बगैर।
मिली हैं रूहें तो, रस्मों की बंदिशें क्या हैं,
यह जिस्म तो ख़ाक हो जाना है, फिर रंजिशें क्या है।
करनी हो पहचान अगर गमगीन शख्स की..
दोस्तों गौर से देखना वो मुस्कुराते बहुत है।
शायरी के शौक़ ने इतना तो काम कर दिया,
जो नहीं जानते थे उनमें भी बदनाम कर दिया।
महफ़िल में चल रही थी हमारे कत्ल की तैयारी,
हम पहुँचे, तो बोलें बहुत लम्बी उम्र है तुम्हारी।
जो दिखाई देता वो हमेशा सच नहीं होता..
कही धोखे में आँखे है तो कही आँखों में धोखा है!
चेहरे अजनबी हो जाये तो कोई बात नही,
लेकिन रवैये अजनबी हो जाये तो बडी तकलीफ देते हैं।
दीवारें छोटी होती थी, फ़क़त एक पर्दा होता था,
ताले की ईजाद से पहले सिर्फ भरोसा होता था।
एक तिल का पहरा भी जरूरी है लबो के आसपास,
मुझे डर है कहीं तेरी मुस्कुराहट को कोई नज़र न लगा दे।
The post 2 Line Shayari #207, Gardish to chahti thi tabahi appeared first on Hindi Shayari.
गर्दिश तो चाहती है तबाही मेरी मगर,
मजबूर है किसी की दुआओं के सामने।
काश एक ख़्वाहिश पूरी हो इबादत के बगैर,
वो आके गले लगा ले मेरी इज़ाजत के बगैर।
मिली हैं रूहें तो, रस्मों की बंदिशें क्या हैं,
यह जिस्म तो ख़ाक हो जाना है, फिर रंजिशें क्या है।
करनी हो पहचान अगर गमगीन शख्स की..
दोस्तों गौर से देखना वो मुस्कुराते बहुत है।
शायरी के शौक़ ने इतना तो काम कर दिया,
जो नहीं जानते थे उनमें भी बदनाम कर दिया।
महफ़िल में चल रही थी हमारे कत्ल की तैयारी,
हम पहुँचे, तो बोलें बहुत लम्बी उम्र है तुम्हारी।
जो दिखाई देता वो हमेशा सच नहीं होता..
कही धोखे में आँखे है तो कही आँखों में धोखा है!
चेहरे अजनबी हो जाये तो कोई बात नही,
लेकिन रवैये अजनबी हो जाये तो बडी तकलीफ देते हैं।
दीवारें छोटी होती थी, फ़क़त एक पर्दा होता था,
ताले की ईजाद से पहले सिर्फ भरोसा होता था।
एक तिल का पहरा भी जरूरी है लबो के आसपास,
मुझे डर है कहीं तेरी मुस्कुराहट को कोई नज़र न लगा दे।
The post 2 Line Shayari #207, Gardish to chahti thi tabahi appeared first on Hindi Shayari.
Vo dard hi kya jo aankhon se bah jaye,
Vo khushi hi kya jo hothon par rah jaye,
Kabhi to samjho meri khamoshi ko,
Vo baat hi kya jo lafz aasani se keh jaye!
वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए,
वो खुशी ही क्या जो होठों पर रह जाए,
कभी तो समझो मेरी खामोशी को,
वो बात ही क्या जो लफ्ज़ आसानी से कह जायें!
The post Dard Shayari, Vo dard hi kya jo aankhon se bah jaye appeared first on Shayari123.com.
Vo dard hi kya jo aankhon se bah jaye,
Vo khushi hi kya jo hothon par rah jaye,
Kabhi to samjho meri khamoshi ko,
Vo baat hi kya jo lafz aasani se keh jaye!
वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए,
वो खुशी ही क्या जो होठों पर रह जाए,
कभी तो समझो मेरी खामोशी को,
वो बात ही क्या जो लफ्ज़ आसानी से कह जायें!
The post Dard Shayari, Vo dard hi kya jo aankhon se bah jaye appeared first on Shayari123.com.
बड़ी आसानी से निकाल देते हैं लोग दूसरों में ऐब,
जैसे उनका दिल नेकियों का नवाब है,
अपने गुनाहों पर सौ परदे डालकर,
लोग खुद कहते है ज़माना बड़ा खराब है!
The post Hindi Shayari, Badhi aasani se nikal lete hain log dusro me aib appeared first on Shayari123.com.
Zara Si Zindagi Hai Armaan Bahut Hain,
Humdard Nahi Koi, Insan Bahut Hain,
Dil Ka Dard Sunaye To Sunaye Kisko,
Jo Dil Ke Kareeb Hain Wo Anjaan Bahut Hain!
ज़रा सी ज़िंदगी है, अरमान बहुत हैं,
हमदर्द नहीं कोई, इंसान बहुत हैं,
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको,
जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत हैं।
The post Dard Shayari, Zara Si Zindagi Hai Armaan Bahut Hain appeared first on Shayari123.com.
बड़ी आसानी से निकाल देते हैं लोग दूसरों में ऐब,
जैसे उनका दिल नेकियों का नवाब है,
अपने गुनाहों पर सौ परदे डालकर,
लोग खुद कहते है ज़माना बड़ा खराब है!
The post Hindi Shayari, Badhi aasani se nikal lete hain log dusro me aib appeared first on Shayari123.com.
Zara Si Zindagi Hai Armaan Bahut Hain,
Humdard Nahi Koi, Insan Bahut Hain,
Dil Ka Dard Sunaye To Sunaye Kisko,
Jo Dil Ke Kareeb Hain Wo Anjaan Bahut Hain!
ज़रा सी ज़िंदगी है, अरमान बहुत हैं,
हमदर्द नहीं कोई, इंसान बहुत हैं,
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको,
जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत हैं।
The post Dard Shayari, Zara Si Zindagi Hai Armaan Bahut Hain appeared first on Shayari123.com.
Dil ka dard ek raaz banke reh gaya,
Mera bharosa mazak banke reh gaya,
Dilo ke saudagar se dillagi kar bethe,
Shayad is liye mera pyar mazak ban ke reh gaya.
दिल का दर्द एक राज बनकर रह गया,
मेरा भरोसा मजाक बनकर रह गया,
दिल के सोदागरो से दिल्लगी कर बैठे,
शायद इसीलिए मेरा प्यार इक अल्फाज बनकर रह गया।
The post Dard Shayari, Dil ka dard ek raaz banke reh gaya, appeared first on Shayari123.com.
Dil ka dard ek raaz banke reh gaya,
Mera bharosa mazak banke reh gaya,
Dilo ke saudagar se dillagi kar bethe,
Shayad is liye mera pyar mazak ban ke reh gaya.
दिल का दर्द एक राज बनकर रह गया,
मेरा भरोसा मजाक बनकर रह गया,
दिल के सोदागरो से दिल्लगी कर बैठे,
शायद इसीलिए मेरा प्यार इक अल्फाज बनकर रह गया।
The post Dard Shayari, Dil ka dard ek raaz banke reh gaya, appeared first on Shayari123.com.
किताबों के किस्से
ये किताबों के किस्से, ये फसानो की बातें,
निगाहों की झिलमिल जुदाई की रातें..
मोहब्बत की कसमें, निभाने के वादे,
ये धोखा वफ़ा का, ये झूठे इरादे..
ये बातें किताबी, ये नज्में पुरानी,
ना इन्की हकीक़त, ना इनकी कहानी..
न लिखना इन्हें, ना महफूज़ करना,
ये जज्बे हैं बस, इनको महसूस करना..!!
The post Hindi Poetry, Ye kitabo ke kisse appeared first on Shayari123.com.
किताबों के किस्से
ये किताबों के किस्से, ये फसानो की बातें,
निगाहों की झिलमिल जुदाई की रातें..
मोहब्बत की कसमें, निभाने के वादे,
ये धोखा वफ़ा का, ये झूठे इरादे..
ये बातें किताबी, ये नज्में पुरानी,
ना इन्की हकीक़त, ना इनकी कहानी..
न लिखना इन्हें, ना महफूज़ करना,
ये जज्बे हैं बस, इनको महसूस करना..!!
The post Hindi Poetry, Ye kitabo ke kisse appeared first on Shayari123.com.
मोहब्बत मे वह पल बहोत खूबसूरत होता है,
जब देखना इबादत और छूना गुनाह लगता है।
जहर का भी अपना हिसाब है मरने के लिए जरा सा,
और जीने के लिए बहुत सारा पीना पड़ता है।
दूरी ने कर दिया है तुझे और भी करीब,
तेरा ख़याल आ कर न जाये तो क्या करें हम।
मेरी तमन्ना न थी, तेरे बगैर रहने की लेकिन,
मजबूर को, मजबूर की, मजबूरीयां, मजबूर कर देती है।
कभी शब्दो में तलाश न करना वजूद मेरा.. दोस्तों,
मैं उतना लिख बोल नहीं पाता.. जितना महसूस करता हूँ।
ख्वाहिशें आज भी खत लिखती है हमे बेखबर,
इस बात से है कि, जिंदगी अब अपने पते पर नही रहती।
ख़्वाहिशें नहीं होतीं, किसी उम्र की मोहताज,
कुछ शौक अगर जीने लगे तो.. साँसे भी कम पड़ जाती हैं।
दिल कहता है की लिख दू, इक नजम तेरे नाम की,
तुझे खुश ना कर पाऊ तो ये ज़िन्दगी किस काम की।
ना किया कर अपने दर्द को शायरी में ब्यान ऐ नादान दिल,
कुछ लोग टूट जाते हैं इसे अपनी दास्तान समझकर।
प्यार वो नहीं जो हाँसिल करने के लिये कुछ भी कर दे,
प्यार वो है जो उसकी ख़ुशी के लिये अपने अरमान छोड़ दे।
The post 2 Line Shayari #204, Mohabbat me wo pal appeared first on Shayari123.com.
मोहब्बत मे वह पल बहोत खूबसूरत होता है,
जब देखना इबादत और छूना गुनाह लगता है।
जहर का भी अपना हिसाब है मरने के लिए जरा सा,
और जीने के लिए बहुत सारा पीना पड़ता है।
दूरी ने कर दिया है तुझे और भी करीब,
तेरा ख़याल आ कर न जाये तो क्या करें हम।
मेरी तमन्ना न थी, तेरे बगैर रहने की लेकिन,
मजबूर को, मजबूर की, मजबूरीयां, मजबूर कर देती है।
कभी शब्दो में तलाश न करना वजूद मेरा.. दोस्तों,
मैं उतना लिख बोल नहीं पाता.. जितना महसूस करता हूँ।
ख्वाहिशें आज भी खत लिखती है हमे बेखबर,
इस बात से है कि, जिंदगी अब अपने पते पर नही रहती।
ख़्वाहिशें नहीं होतीं, किसी उम्र की मोहताज,
कुछ शौक अगर जीने लगे तो.. साँसे भी कम पड़ जाती हैं।
दिल कहता है की लिख दू, इक नजम तेरे नाम की,
तुझे खुश ना कर पाऊ तो ये ज़िन्दगी किस काम की।
ना किया कर अपने दर्द को शायरी में ब्यान ऐ नादान दिल,
कुछ लोग टूट जाते हैं इसे अपनी दास्तान समझकर।
प्यार वो नहीं जो हाँसिल करने के लिये कुछ भी कर दे,
प्यार वो है जो उसकी ख़ुशी के लिये अपने अरमान छोड़ दे।
The post 2 Line Shayari #204, Mohabbat me wo pal appeared first on Shayari123.com.
Mohabbat Ko Jo Nibhate Hai Unko Mera Salaam Hai,
Aur Jo Bich Raaste Me Chhod Jaate Hai Unko,
Hamara Ye Paigaam Hai..
Vaada-E-Vafa Kro To Fir Khud Ko Fanna Kro,
Vrna Khuda Ke Liye Kisi Ki Jindgi Na Tabaah Karo!
मोहबत को जो निभाते हैं उनको मेरा सलाम है,
और जो बीच रास्ते में छोड़ जाते हैं उनको,
हमारा ये पेघाम हैं..
वादा-ए-वफ़ा करो तो फिर खुद को फ़ना करो,
वरना खुदा के लिए किसी की ज़िंदगी ना तबाह करो!
The post Love Shayari, Mohabbat Ko Jo Nibhate Hai Unko Mera Salaam Hai appeared first on Shayari123.com.
Dosti imtihan nahi vishwas mangti hai,
Nazar aur kuch nahi dost ka deedar mangti hai,
Zindagi apne liye kuch nahi..
Par aapke liye.. Dua hazaar mangti hai..!!
दोस्ती इम्तिहान नही विश्वास मांगती है,
नज़र और कुछ नही दोस्त का दीदार मांगती है,
ज़िंदगी अपने लिए कुछ नही..
पर आपके लिए.. दुआ हज़ार मांगती है..!!
The post Dosti Shayari, Dosti imtihan nahi vishwas mangti hai appeared first on Shayari123.com.
Kal khel mein main nahi rahoonga
Ijahaare mohabbat nahin karunga,
Aaj pal bhar sun lo phasaana mera,
Kal se koi gajal main nahin kahoonga!
कल खेल में मैं नहीं रहूँगा
इजहारे मुहब्बत नहीं करुँगा,
आज पल भर सुन लो फसाना मेरा,
कल से कोई गजल मैं नहीं कहूँगा!
The post Hindi Shayari, Kal khel mein main nahi rahoonga appeared first on Shayari123.com.
Mohabbat Ko Jo Nibhate Hai Unko Mera Salaam Hai,
Aur Jo Bich Raaste Me Chhod Jaate Hai Unko,
Hamara Ye Paigaam Hai..
Vaada-E-Vafa Kro To Fir Khud Ko Fanna Kro,
Vrna Khuda Ke Liye Kisi Ki Jindgi Na Tabaah Karo!
मोहबत को जो निभाते हैं उनको मेरा सलाम है,
और जो बीच रास्ते में छोड़ जाते हैं उनको,
हमारा ये पेघाम हैं..
वादा-ए-वफ़ा करो तो फिर खुद को फ़ना करो,
वरना खुदा के लिए किसी की ज़िंदगी ना तबाह करो!
The post Love Shayari, Mohabbat Ko Jo Nibhate Hai Unko Mera Salaam Hai appeared first on Shayari123.com.
Dosti imtihan nahi vishwas mangti hai,
Nazar aur kuch nahi dost ka deedar mangti hai,
Zindagi apne liye kuch nahi..
Par aapke liye.. Dua hazaar mangti hai..!!
दोस्ती इम्तिहान नही विश्वास मांगती है,
नज़र और कुछ नही दोस्त का दीदार मांगती है,
ज़िंदगी अपने लिए कुछ नही..
पर आपके लिए.. दुआ हज़ार मांगती है..!!
The post Dosti Shayari, Dosti imtihan nahi vishwas mangti hai appeared first on Shayari123.com.
Kal khel mein main nahi rahoonga
Ijahaare mohabbat nahin karunga,
Aaj pal bhar sun lo phasaana mera,
Kal se koi gajal main nahin kahoonga!
कल खेल में मैं नहीं रहूँगा
इजहारे मुहब्बत नहीं करुँगा,
आज पल भर सुन लो फसाना मेरा,
कल से कोई गजल मैं नहीं कहूँगा!
The post Hindi Shayari, Kal khel mein main nahi rahoonga appeared first on Shayari123.com.
मैं कोई छोटी सी कहानी नहीं थी,
पर तुम ने पन्ने ही जल्दी पलट दिए।
कितने कमाल की होती है ना दोस्ती,
वजन होता है लेकिन बोझ नही होती।
उम्र बीतती रही जिंदगी के महखानों में,
ना साकी ने पहचाना ना सनम ने।
कितने क़सीदे गढ़े थे तारीफ़ में तेरी,
कमबख्त इस बारिश में सब धूल गए।
ज़रूरी नहीं कि जीने का कोई सहारा हो,
ज़रूरी नहीं कि जिसके हम हों वो भी हमारा हो।
मेरे बस मे नहीं अब हाल-ए-दिल बयां करना,
बस ये समझ लो लफ़्ज़ कम मोहब्बत ज्यादा हैं।
काश क़ैद करलें वो पागली अपनी दिल की डायरी में,
जिसका नाम छुपा रहता है मेरी हर शायरी में।
मिल जाए उलझनो से फुरसत तो जरा सोचना,
क्या सिर्फ फुरसतों मे याद करने तक का रिश्ता है हमसे।
महक रही है ज़िंदगी आज भी,
जिसकी खुशबू से वो कौन है जो बसा है मेरी यादों मे।
काश, बनाने वाले ने थोड़ी-सी होशियारी और दिखाई होती,
इंसान थोड़े कम और.. इंसानियत ज्यादा बनाई होती।
The post 2 Line Shayari #203, Main koi choti si kahani nahi appeared first on Shayari123.com.
धड़कने काबू में नहीं हैं आज,
लगता है कोई बेहताशा याद कर रहा है।
भूल जाना तुम मुझे, पर ये याद रखना,
तेरी रूह रोयेगी, जब कोई मेरा नाम लेगा।
महक गुलाब की आएगी तुम्हारे हाँथों से..
किसी के रास्ते से कांटा हटाकर तो देखो।
अपनी नज़रों को सम्भाल ए-इब्ने-आदम,
हर ज़रूरतमंद औरत बदचलन नहीं होती।
ना जाने किस बात पे आप नाराज है हमसे,
ख्वाबों मे भी मिलते है तो बात नही करते।
वो एक तेरा वादा कि हम कभी जुदा ना होंगे,
वो किस्सा हम अपने दिल को सुनाकर अक्सर मुस्कुराते हैं।
दिल मे ना जाने कैसे तेरे लिए इतनी जगह बन गई,
तेरे मन की हर छोटी सी चाह मेरे जीने की वजह बन गई।
निभाएँ किस तरह रिश्ते, समझ में कुछ नहीं आता,
किसी से दिल नहीं मिलता, कोई दिल से नहीं मिलता।
कह दो हर वो बात जो जरुरी है कहना,
क्योंकि, कभी-कभी जिन्दगी भी बेवक्त पूरी हो जाती है।
हम तो उसकी हर ख्वाहिश पुरी करने का वादा कर बैठे,
हमे क्या पता की हमें छोड़ना भी उसकी ख्वाहिश थी।
The post 2 Line Shayari #202, Dhadkane kabu me nahi appeared first on Shayari123.com.
Udas Nahi Hona Kyu Ki Main Saath Hu,
Saamne na sahi par aas-paas hu,
Palkon ko band kar jab bhi dil mein dekhoge,
Main har pal tumhare sath hu..!!
उदास नहीं होना क्योंकि मैं साथ हूँ,
सामने न सही पर आस-पास हूँ,
पल्को को बंद कर जब भी दिल में देखोगे,
मैं हर पल तुम्हारे साथ हूँ..!!
The post Love Shayari, Udas Nahi Hona Kyu Ki Main Saath Hu appeared first on Shayari123.com.
Gumo ki mujh par kuch aisi najar ho gayi,
Jab bhi hum hase ye aankhe nam ho gayi,
Hum roye bhi toh wo jaan naa sake aur
Wo udas b huye to hume khabar ho gayi.
गमों की मुझ पर कुछ ऐसी नजर हो गई,
जब भी हम हँसे ये आँखे नम हो गई,
हम रोऐ भी तो वो जान ना सके और
वो उदास भी हुऐ तो हमें खबर हो गई!
The post Sad Shayari, Gum ki mujh par kuch aisi najar appeared first on Shayari123.com.