Tuesday 24 April 2018

2 Line Shayari #204, Mohabbat me wo pal

मोहब्बत मे वह पल बहोत खूबसूरत होता है,
जब देखना इबादत और छूना गुनाह लगता है।

जहर का भी अपना हिसाब है मरने के लिए जरा सा,
और जीने के लिए बहुत सारा पीना पड़ता है।

दूरी ने कर दिया है तुझे और भी करीब,
तेरा ख़याल आ कर न जाये तो क्या करें हम।

मेरी तमन्ना न थी, तेरे बगैर रहने की लेकिन,
मजबूर को, मजबूर की, मजबूरीयां, मजबूर कर देती है।

कभी शब्दो में तलाश न करना वजूद मेरा.. दोस्तों,
मैं उतना लिख बोल नहीं पाता.. जितना महसूस करता हूँ।

ख्वाहिशें आज भी खत लिखती है हमे बेखबर,
इस बात से है कि, जिंदगी अब अपने पते पर नही रहती।

ख़्वाहिशें नहीं होतीं, किसी उम्र की मोहताज,
कुछ शौक अगर जीने लगे तो.. साँसे भी कम पड़ जाती हैं।

दिल कहता है की लिख दू, इक नजम तेरे नाम की,
तुझे खुश ना कर पाऊ तो ये ज़िन्दगी किस काम की।

ना किया कर अपने दर्द को शायरी में ब्यान ऐ नादान दिल,
कुछ लोग टूट जाते हैं इसे अपनी दास्तान समझकर।

प्यार वो नहीं जो हाँसिल करने के लिये कुछ भी कर दे,
प्यार वो है जो उसकी ख़ुशी के लिये अपने अरमान छोड़ दे।

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