Sunday 7 February 2021

उम्मीद पे गुज़ारी एक शाम

आज इस उम्मीद पे गुज़ारी है मैंने एक शाम,
की फिर कोई शाम सिर्फ उम्मीद पे ना गुजरे ।

 

~ NK

 

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