Wednesday, 26 December 2018

Dard ki Had Se Gujarna hai

इशरत-ए-क़तरा है दरिया में फ़ना हो जाना,
दर्द का हद से गुज़रना है दवा हो जाना। 😔

वफ़ा और मोहब्बतों के ज़माने गये जनाब,
अब तो दिल को बहलाने का सामान है मोहब्बत! 😔

मैं एक बेक़सूर वारदात की तरह जहाँ की तहाँ रही,
तुम गवाहों के बयानो की तरह बदलते चले गए। 😔

कहीं किसी रोज़ यूँ भी होता,
जो हमारी हालत है वो तुम्हारी होती,
जो रात हमने गुजारी तड़प कर,
वो रात तुमने भी गुजारी होती। 😔
Kahin Kisi Roj Yoon Bhi Hota,
Jo Humari Haalat Hai Wo Tumhari Hoti,
Jo Raat Humne Gujari Tadap Kar,
Woh Raat Tumne Bhi Gujari Hoti. 😔

शेरो-शायरी तो दिल बहलाने का ज़रिया है साहब,
लफ़्ज़ कागज पर उतारने से महबूब नहीं लौटा करते।
Shero-Shayari Toh Dil Behlane Ka Zaria Hai Saahab,
Lafz Kagaj Par Utarne Se Mahboob Nahi Lauta Karte. 😔

अजीब तरह से गुजर गयी मेरी भी जिंदगी,
सोचा कुछ, किया कुछ, हुआ कुछ, मिला कुछ।
Ajeeb Tarah Se Gujar Gayi Meri Bhi Zindgi,
Socha Kuchh, Kia Kuchh, Hua Kuchh, Mila Kuchh. 😔

क्यूँ वो रूठे इस कदर कि मनाया ना गया,
दूर इतने हो गए कि पास बुलाया ना गया,
दिल तो दिल था कोई समंदर का साहिल नहीं,
लिख दिया जो नाम वो फिर मिटाया ना गया। 😔
Kyun Woh Ruthe Iss Kadar Ki Manaya Na Gaya,
Door Itne Ho Gaye Ke Paas Bulaya Na Gaya,
Dil Toh Dil Tha Koi Samandar Ka Saahil Nahi,
Likh Diya Jo Naam Woh Phir Mitaya Na Gaya. 😔

अजीब हाल है
इस अधूरी मोहब्बत में रातों का,
उजाला हो जाता है लेकिन
आँखों से अँधेरा नहीं जाता। 😔
Ajeeb Haal Hai
Is Adhuri Mohabbat Mein Raato Ka,
Ujala Ho Jata Hai Lekin
Aankhon Se Andhera Nahi Jata. 😔

The post Dard ki Had Se Gujarna hai appeared first on Shayari.

No comments:

Post a Comment