मुकम्मल इश्क़ तब होता है,
जब इश्क़ की बाहों में ख़ुद इश्क़ होता है!
कुछ तो नमक है तेरे इश्क में मेरे हजूर,
ये ज़ायक़ा जुबाँ से मेरी जाता ही नहीं।
क्यूँ हम किसी के ख्यालो मे खो जाते है,
एक पल की दूरी मे रो जाते है..
कोई हमे इतना बता दो की, हम ही ऐसे है
या प्यार करने के बाद सब ऐसे हो जाते है।
मौसम का, गुरुर तो देखो
तुमसे मिलकर, आया हो जैसे।
आदतें मुख्तलीफ़ हैं हमारी दुनिया वालों से
कम मुहब्बत करते हैं, पर लाजवाब करते हैं।
जुबां से माफ़ करने में वक़्त नहीं लगता..
दिल से माफ़ करने में उम्र बीत जाती है।
मुस्कान का कोई मोल नहीं होता,
रिश्तों का कोई तोल नहीं होता,
लोग तो मिल जाते है हर रस्ते पर,
लेकिन हर कोई आपकी तरह अनमोल नहीं होता।
उनकी मोहब्बत का अब कैसे हिसाब हो,
पगली गले लगा के कहती है, आप बड़े खराब हो!
Unki mohabbat ka ab kaise hisaab ho,
pagli gale laga ke kahati hai, aap bade kharaab ho!!
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