Tuesday, 24 April 2018

Hindi Shayari, Badhi aasani se nikal lete hain log dusro me aib

बड़ी आसानी से निकाल देते हैं लोग दूसरों में ऐब,
जैसे उनका दिल नेकियों का नवाब है,
अपने गुनाहों पर सौ परदे डालकर,
लोग खुद कहते है ज़माना बड़ा खराब है! 🙁

The post Hindi Shayari, Badhi aasani se nikal lete hain log dusro me aib appeared first on Shayari123.com.

No comments:

Post a Comment