Monday 22 April 2019

तन्हाई मेरी मेहफिल और यादे मेरा सहारा

बहुत ख़ामोश सी है मोहब्बत मेरी और
सदियां बीत जाएंगी उन्हें ये खामोशी समझने में! 💔🍃💔

दिल किसी से तब ही लगाना जब दिलों को पढ़ना सीख लो
वरना हर एक चेहरे की फितरत में ईमानदारी नहीं होती।💔 😢

ना मेरी कोई मंज़िल है, ना कोई किनारा,
तन्हाई मेरी मेहफिल और यादे मेरा सहारा,
तुमसे बिछड़ के, कुछ यू वक़्त गुज़ारा,
कभी ज़िंदगी को तरसे, कभी मौत को पुकारा! 💫❤

नसीबों के खेल अजीब होते हैं,
चाहने वालों को आँसू ही नसीब होते हैं,
कौन चाहता है अपनो से दूर होना,
बिछड़ जाते हैं वो जो दिल के सबसे करीब होते हैं।🌀

कितनी बुरी लगती है जिंदगी
जब हम तनहा महसूस करते हैं,
मरने के बाद मिलाते हैं चार कन्धे और
जीते जी हम एक के लिए तरसते हैं।

ज़िंदा रहे तो क्या है, जो मर जायें हम तो क्या,
दुनिया से ख़ामोशी से गुज़र जायें हम तो क्या,
हस्ती ही अपनी क्या है ज़माने के सामने,
एक ख्वाब हैं जहान में बिखर जायें हम तो क्या।

सारी दुनिया को भुलाने को मन करता है,
खुद से खुद को मिटाने को मन करता है,
ख्वाहिशें दिल को कहीं पागल न कर दे मुझे
सबको छोड़ इस दुनिया से कहीं जाने को मन करता है।💔

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