Wednesday 12 September 2018

Hindi Potery, Kuchh dabi hui khvaahishen hai

इसी का नाम ज़िन्दगी है
कुछ दबी हुई ख़्वाहिशें है, कुछ मंद मुस्कुराहटें..
कुछ खोए हुए सपने है, कुछ अनसुनी आहटें..
कुछ सुकून भरी यादें हैं, कुछ दर्द भरे लम्हात..
कुछ थमें हुए तूफ़ाँ हैं, कुछ मद्धम सी बरसात..
कुछ अनकहे अल्फ़ाज़ हैं, कुछ नासमझ इशारे..
कुछ ऐसे मंझधार हैं, जिनके मिलते नहीं किनारे..
कुछ उलझनें है राहों में, कुछ कोशिशें बेहिसाब..
बस इसी का नाम ज़िन्दगी है चलते रहिये, जनाब..!!

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